भारत ने अपनी संस्कृति के गौरव का संरक्षण तथा प्रसारण करने वाले अनेक मानवतावादी और राष्ट्रवादी महापुरुष हर युग में पैदा किए हैं। उनमें श्रीमन्त शंकरदेव तथा माधवदेव के नाम श्रद्धा के पात्र हैं । पुस्तक में उनके 560 वर्ष पूर्व भारतीय सनातन धर्म, संस्कृति और राष्ट्रीय एकता में दिए गए योगदान की विशद चर्चा है। पूर्वोत्तर प्रान्त आसाम से राष्ट्रहित के लिए उन्होंने जितना योगदान दिया, उसकी जानकारी शेष भारत को हो जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि पूर्वोत्तर भारत सनातन धर्म तथा संस्कृति से कभी भी पृथक नहीं था अपितु उसका अभिन्न अंग था ।
Manavtavadi Aur Raashtravadi Sant Shree Mantashankaradev aur Madhavdev- मानवतावादी और राष्ट्रवादी संत श्रीमंतशंकरदेव और माधवदेव
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भारत ने अपनी संस्कृति के गौरव का संरक्षण तथा प्रसारण करने वाले अनेक मानवतावादी और राष्ट्रवादी महापुरुष हर युग में पैदा किए हैं। उनमें श्रीमन्त शंकरदेव तथा माधवदेव के नाम श्रद्धा के पात्र हैं । पुस्तक में उनके 560 वर्ष पूर्व भारतीय सनातन धर्म, संस्कृति और राष्ट्रीय एकता में दिए गए योगदान की विशद चर्चा है। पूर्वोत्तर प्रान्त आसाम से राष्ट्रहित के लिए उन्होंने जितना योगदान दिया, उसकी जानकारी शेष भारत को हो जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि पूर्वोत्तर भारत सनातन धर्म तथा संस्कृति से कभी भी पृथक नहीं था अपितु उसका अभिन्न अंग था ।
Weight | .150 kg |
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Dimensions | 21.6 × .8 × 13.97 cm |
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