मानव सभ्यता को गणित के क्षेत्र में भारत की देन अद्वितीय है। भारतीय मनीषियों ने शून्य तथा दशमलव की अवधारणा के रूप में विश्व को अद्भुत ज्ञान का अद्भुत उपहार दिया। हमारे आचार्यों ने हजारों वर्ष पूर्व ज्यामिति, नक्षत्र भौतिकी, त्रिभुज का क्षेत्रफल आदि के सूत्र दिए। ऐसे कुछ प्रमुख गणिताचार्यों की संक्षिप्त जीवन गाथा तथा उनकी देन इस पुस्तक में संकलित की गई हैं जो सारे भारतीयों के लिए गर्व का विषय है।
Bharat Ke Parmukh Ganitacharya- भारत के प्रमुख गणिताचार्य
₹30.00
मानव सभ्यता को गणित के क्षेत्र में भारत की देन अद्वितीय है। भारतीय मनीषियों ने शून्य तथा दशमलव की अवधारणा के रूप में विश्व को अद्भुत ज्ञान का अद्भुत उपहार दिया। हमारे आचार्यों ने हजारों वर्ष पूर्व ज्यामिति, नक्षत्र भौतिकी, त्रिभुज का क्षेत्रफल आदि के सूत्र दिए। ऐसे कुछ प्रमुख गणिताचार्यों की संक्षिप्त जीवन गाथा तथा उनकी देन इस पुस्तक में संकलित की गई हैं जो सारे भारतीयों के लिए गर्व का विषय है।
Weight | .090 kg |
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Dimensions | 21.6 × .5 × 13.97 cm |
Author | संकलनकर्ता – डा॰देवी प्रसाद वर्मा, श्रीराम चौथाईवाले, देवेन्द्रराव देशमुख |
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