पं॰ मदन मोहन मालवीय भारतीय संस्कृति के अनन्य पुजारियों में बहुत उच्च स्थान रखते हैं। वे सनातन धर्म के उन्नायक और हिन्दू गौरव की साक्षात मूर्ति थे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में और राष्ट्रीय शिक्षा आन्दोलन में उनका स्थान अग्रणी है। भारतीय संस्कृति का चिंतन, पोषण और प्रसारण करने हेतु उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की। भारत के बड़े-बड़े नेताओं, जिनमें गाँधी जी भी सम्मिलित हैं, ने सदैव उनके संघर्षशील और त्यागमय जीवन को नमन किया है। यह पुस्तक उनके धर्मपरायण जीवन का चित्रण है।
Mahamana Pandit Madan Mohan Malviya- महामना पंडित मदन मोहन मालवीय
₹45.00
पं॰ मदन मोहन मालवीय भारतीय संस्कृति के अनन्य पुजारियों में बहुत उच्च स्थान रखते हैं। वे सनातन धर्म के उन्नायक और हिन्दू गौरव की साक्षात मूर्ति थे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में और राष्ट्रीय शिक्षा आन्दोलन में उनका स्थान अग्रणी है। भारतीय संस्कृति का चिंतन, पोषण और प्रसारण करने हेतु उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की। भारत के बड़े-बड़े नेताओं, जिनमें गाँधी जी भी सम्मिलित हैं, ने सदैव उनके संघर्षशील और त्यागमय जीवन को नमन किया है। यह पुस्तक उनके धर्मपरायण जीवन का चित्रण है।
Weight | .140 kg |
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Dimensions | 21.84 × .7 × 13.46 cm |
Author | प्रोफेसर देवेन्द्र प्रताप सिंह, प्रोफेसर श्यामसुन्दर त्रिपाठी |
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