भारत का नव निर्वाण करने वाले महान् परिव्राजक स्वामी विवेकानंद की परम शिष्या भगिनी निवेदिता आयरलैंड में पैदा हुई थीं परन्तु स्वामी जी के प्रभाव से उन्होंने अपना जीवन भारतीय संस्कृति की अखंड और अदम्य पुजारी बनने, मानवता की सेवा और भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। शिक्षा क्षेत्र में स्वामी विवेकानन्द की मानव निर्माण शिक्षा की संकल्पना की सारे देश में प्रशस्ति करके सोये हुए राष्ट्र को जगा दिया। उनका यह संक्षिप्त जीवन चरित्र सेवा और समर्पण की कहानी है।
Bhagini Nivedita- भगिनी निवेदिता
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भारत का नव निर्वाण करने वाले महान् परिव्राजक स्वामी विवेकानंद की परम शिष्या भगिनी निवेदिता आयरलैंड में पैदा हुई थीं परन्तु स्वामी जी के प्रभाव से उन्होंने अपना जीवन भारतीय संस्कृति की अखंड और अदम्य पुजारी बनने, मानवता की सेवा और भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। शिक्षा क्षेत्र में स्वामी विवेकानन्द की मानव निर्माण शिक्षा की संकल्पना की सारे देश में प्रशस्ति करके सोये हुए राष्ट्र को जगा दिया। उनका यह संक्षिप्त जीवन चरित्र सेवा और समर्पण की कहानी है।
Weight | .050 kg |
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Dimensions | 21.6 × .5 × 13.97 cm |
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