भारत में अंग्रेजी शासन के इस सर्वाधिक घृणास्पद प्रसंग को घटित हुए 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर नई पीढ़ी उन अमर बलिदानों वीरों को भूल न जाए जिन्होंने अपने प्राण इस मातृभूमि पर न्यौछावर करके इसे स्वंतत्रता दिलाई इसलिए यह लघु पुस्तिका सभी को समर्पित है।
Katha Jaliawala Bagh Ki- कथा जलियांवाला बाग की
₹20.00
भारत में अंग्रेजी शासन के इस सर्वाधिक घृणास्पद प्रसंग को घटित हुए 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर नई पीढ़ी उन अमर बलिदानों वीरों को भूल न जाए जिन्होंने अपने प्राण इस मातृभूमि पर न्यौछावर करके इसे स्वंतत्रता दिलाई इसलिए यह लघु पुस्तिका सभी को समर्पित है।
Weight | .040 kg |
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Dimensions | 21.59 × .5 × 13.97 cm |
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