Smriti Granth dr. Himmat Singh Singha (Pustakalyasanskaran)-स्मृति ग्रन्थ ड़ॉ हिम्मत सिंह सिन्हा पुस्तकालयसंस्करण

2,100.00

जीवन में सब सुख की ही कमाना करते हैं, दुःख आने पर सब विचलित हो जाते है किंतु दुःख के मूल कारण को जान समझ कर उससे बचने का और स्थायी सुख का मार्ग खोजने का प्राय: कोई प्रयास नही करना चाहता। अध्यात्म के मार्ग को दुष्कर और सामान्य, संसारीजनों के लिए दुष्प्राप्य मान लिया जाता है। ऐसे में, संसार में रहते हुए सर्वसाधारण जीवनचर्या का निर्वाह करते हुए भी कैसे अध्यात्म के परम तत्व को अनुभव किया जा सकता है, इस प्रकार की जीवन दृष्टि की सप्ष्ट झलक मिलती है भगवान महावीर के जीवन चरित्र और उनके द्वारा दिए गए उपदेशों से। भगवान महावीर की 2550 वीं जन्म जयंती के अवसर पर उनकी शिक्षाएं इस देश की अगली पीढ़ी तक पहुंचे, इस दृष्टि से उनके जीवन चरित्र तथा शिक्षाओं को सरल -सुबोध भाषा में प्रस्तुत किया गया है।

Categories: , ,

समाज गौरव डॉ. हिम्मत सिंह सिन्हा जी की जीवन शैली अपने आप में सादा जीवन उच्च विचार दर्शन से ओतप्रोत सभी के लिए, चाहे विद्यार्थी, शोधार्थी, शिक्षक, सहपाठी या आम नागरिक सभी के लिए एक उदाहरण के रूप में सदैव अनुकरणीय रही और भविष्य में भी अन्यान्य व्यक्तियों के लिए एक दीप स्तम्भ की तरह उनका मार्गदर्शन करती रहेगी। डॉ. सिन्हा जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सभी को परिचय कराने के लिए एवं उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने व मानस पटल पर सदा-सदा के लिए अंकित करने हेतु स्मृति ग्रन्थ का प्रकाशन किया गया है।

Weight 1.740 kg
Dimensions 29.464 × 2.5 × 21.336 cm
Author

Height

Language

Width

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Smriti Granth dr. Himmat Singh Singha (Pustakalyasanskaran)-स्मृति ग्रन्थ ड़ॉ हिम्मत सिंह सिन्हा पुस्तकालयसंस्करण”

Your email address will not be published. Required fields are marked *