प्रत्येक भारतवासी के हृदय में अपनी मातृभू, पितृभू तथा पुण्य भूमि के लिए श्रद्धा का भाव अटूट भरा है। यह संसार का प्रथम राष्ट्र विश्व का सिरमौर है और हमें इस बात का गर्व है कि हम अन्धकार में पड़ी मानवता को ज्ञान का प्रकाश देने तथा शक्ति का पुंज हैं। भारत माँ साक्षात् भगवती स्वरूप है और प्रत्येक बालक इसकी आराधना करे, वन्दना करे, यही हमारा राष्ट्र धर्म है। इस राष्ट्र भाव को सतत् जाग्रत रखने हेतु इस पुस्तिका में प्रातः स्मरण, भारत भक्ति स्तोत्र (एकात्मता स्तोत्रम), ईश्वर के अखण्ड रूप को दर्शाने वाला एकात्मता मंत्र जीवन में सदैव आलोकित करने वाली दीप वन्दना, आत्म कल्याण के गायत्री मंत्र, वैदिक मंत्र का संकलन तैयार किया है।
Archna- अर्चना
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जीवन में सब सुख की ही कमाना करते हैं, दुःख आने पर सब विचलित हो जाते है किंतु दुःख के मूल कारण को जान समझ कर उससे बचने का और स्थायी सुख का मार्ग खोजने का प्राय: कोई प्रयास नही करना चाहता। अध्यात्म के मार्ग को दुष्कर और सामान्य, संसारीजनों के लिए दुष्प्राप्य मान लिया जाता है। ऐसे में, संसार में रहते हुए सर्वसाधारण जीवनचर्या का निर्वाह करते हुए भी कैसे अध्यात्म के परम तत्व को अनुभव किया जा सकता है, इस प्रकार की जीवन दृष्टि की सप्ष्ट झलक मिलती है भगवान महावीर के जीवन चरित्र और उनके द्वारा दिए गए उपदेशों से। भगवान महावीर की 2550 वीं जन्म जयंती के अवसर पर उनकी शिक्षाएं इस देश की अगली पीढ़ी तक पहुंचे, इस दृष्टि से उनके जीवन चरित्र तथा शिक्षाओं को सरल -सुबोध भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
Weight | .060 kg |
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Dimensions | 21.84 × .5 × 13.97 cm |
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