भारत का लोक साहित्य बड़ा रोचक कथा भाग उत्पादक है उसमें भी बाल कथाएं हैं जो छोटी-छोटी लोक कथाएं हैं वह बाल हृदय में जिज्ञासा उत्पन्न कर देती हैं विभिन्न भाषाओं में प्रचलित लोक कथाओं का संकलन प्रस्तुत पुस्तिका में सम्मिलित किया गया है। छत्तीसगढ़ गढ़वाल राजस्थान आदि में परियों की गाथा है तो दूसरी ओर राजस्थान के वीरों की शौर्य गाथा है इन गाथाओं को पढ़कर पाठक अवश्य ही आनंदित भी होंगे तथा अपने देश के विभिन्न भागों के भावों को समझने में भी सक्षम होंगे इस दृष्टि से देश की लोक परंपराओं का जानने का शुभ अवसर भी इस छोटी-छोटी कथाओं के माध्यम से हो सकेगा।
Lokh Ki Kathaye- लोक की कथाएं
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जीवन में सब सुख की ही कमाना करते हैं, दुःख आने पर सब विचलित हो जाते है किंतु दुःख के मूल कारण को जान समझ कर उससे बचने का और स्थायी सुख का मार्ग खोजने का प्राय: कोई प्रयास नही करना चाहता। अध्यात्म के मार्ग को दुष्कर और सामान्य, संसारीजनों के लिए दुष्प्राप्य मान लिया जाता है। ऐसे में, संसार में रहते हुए सर्वसाधारण जीवनचर्या का निर्वाह करते हुए भी कैसे अध्यात्म के परम तत्व को अनुभव किया जा सकता है, इस प्रकार की जीवन दृष्टि की सप्ष्ट झलक मिलती है भगवान महावीर के जीवन चरित्र और उनके द्वारा दिए गए उपदेशों से। भगवान महावीर की 2550 वीं जन्म जयंती के अवसर पर उनकी शिक्षाएं इस देश की अगली पीढ़ी तक पहुंचे, इस दृष्टि से उनके जीवन चरित्र तथा शिक्षाओं को सरल -सुबोध भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
Weight | .050 kg |
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Dimensions | 21.59 × .5 × 13.97 cm |
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