प्रस्तुत पुस्तक विश्व चैतन्य का विज्ञान शायद इस सामान्यतः स्थापित धारणा की नींव को कमजोर करेगी , विशेषकर प्रथम दो आलेख – अध्यात्म ‘ तथा ‘ विज्ञान और अध्यात्म ‘ ही । ‘ विश्व चैतन्य ‘ अध्यात्म का विषय है । क्या उसका भी कोई विज्ञान है या हो सकता है ? विज्ञान को जिन अर्थों में आज परिभाषित किया जाता है , उसका कोई सम्बन्ध उस विश्व चैतन्य से जुड़ता है क्या ? ऐसे अनेक उलझे हुए प्रश्नों के उत्तर यह पुस्तक आपको दे सकती है ।
Vishav Chaitanay Ki Anubhootiyan- विश्व चैतन्य की अनुभूतियाँ
₹70.00
प्रस्तुत पुस्तक विश्व चैतन्य का विज्ञान शायद इस सामान्यतः स्थापित धारणा की नींव को कमजोर करेगी , विशेषकर प्रथम दो आलेख – अध्यात्म ‘ तथा ‘ विज्ञान और अध्यात्म ‘ ही । ‘ विश्व चैतन्य ‘ अध्यात्म का विषय है । क्या उसका भी कोई विज्ञान है या हो सकता है ? विज्ञान को जिन अर्थों में आज परिभाषित किया जाता है , उसका कोई सम्बन्ध उस विश्व चैतन्य से जुड़ता है क्या ? ऐसे अनेक उलझे हुए प्रश्नों के उत्तर यह पुस्तक आपको दे सकती है ।
Weight | .140 kg |
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Dimensions | 21.59 × .8 × 13.97 cm |
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