Bal Kishore Bodh Kathaye- बाल किशोर बोध कथाएँ

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बालक के हृदय में अपनी मातृभूमि, सांस्कृतिक परम्पराओं एवं पूर्वजों के प्रति श्रद्धा के भाव जाग्रत करने से ही सद्गुणों का विकास हो सकता है। इस दृष्टि से इस पुस्तक में ऐसी कथाओं का संकलन किया गया है जो समाज में चेतना की लहर जाग्रत कर दें। बालोपयोगी संस्कारनिर्मात्री सामग्री इन छोटी-छोटी कथाओं के माध्यम से हृदय की गहराइयों को स्पर्श करके मन को निर्मल बनाने वाली तथा राष्ट्र हित भावना जगाने वाली है।

बालक के50 हृदय में अपनी मातृभूमि, सांस्कृतिक परम्पराओं एवं पूर्वजों के प्रति श्रद्धा के भाव जाग्रत करने से ही सद्गुणों का विकास हो सकता है। इस दृष्टि से इस पुस्तक में ऐसी कथाओं का संकलन किया गया है जो समाज में चेतना की लहर जाग्रत कर दें। बालोपयोगी संस्कारनिर्मात्री सामग्री इन छोटी-छोटी कथाओं के माध्यम से हृदय की गहराइयों को स्पर्श करके मन को निर्मल बनाने वाली तथा राष्ट्र हित भावना जगाने वाली है।

Weight .370 kg
Dimensions 22.6 × 1.5 × 13.97 cm
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