Bapu Se Seekhe- बापू से सीखें

35.00

गांधी देश के लिए ही नहीं सारी मानवता के लिए अपने जीवन द्वारा प्रेरणा प्रदर्शन देश छोड़ गए हैं इसीलिए उनको महात्मा की संज्ञा दी गई है उनके जीवन आदर्शों को लेकर विशाल साहित्य निर्माण किया गया है जो बालकों के लिए दुर्गम है इस पुस्तक के लेखक ने कुछ बाल सुलभ कविताएं जो बहुत सरल भाषा में लिखी गई हैं बालकों को प्रेरणा देने के लिए उनके नैतिक तथा सामाजिक विकास हेतु संग्रहित किए हैं यह कविताएं उनमें देशभक्ति जगाने वाली भी हैं जो बालक के चरित्र विकास के लिए अत्यावश्यक है बालक छोटी-छोटी कविताओं को बड़ी आसानी से याद कर सकते हैं कविता सीधे हृदय में उतर जाती है और बालक को मानसिक का आनंद देने के साथ साथ संस्कार भी जगाती है महात्मा गांधी के जीवन विशेषकर सत्य की खोज के अनेक प्रसंग इन कविताओं के माध्यम से बालक में उच्च संस्कार प्रेषित करेंगे इस दृष्टि से प्रत्येक बालक को यह पुस्तक पढ़ाना बड़ा लाभदायक रहेगा।

गांधी देश के लिए ही नहीं सारी मानवता के लिए अपने जीवन द्वारा प्रेरणा प्रदर्शन देश छोड़ गए हैं इसीलिए उनको महात्मा की संज्ञा दी गई है उनके जीवन आदर्शों को लेकर विशाल साहित्य निर्माण किया गया है जो बालकों के लिए दुर्गम है इस पुस्तक के लेखक ने कुछ बाल सुलभ कविताएं जो बहुत सरल भाषा में लिखी गई हैं बालकों को प्रेरणा देने के लिए उनके नैतिक तथा सामाजिक विकास हेतु संग्रहित किए हैं यह कविताएं उनमें देशभक्ति जगाने वाली भी हैं जो बालक के चरित्र विकास के लिए अत्यावश्यक है बालक छोटी-छोटी कविताओं को बड़ी आसानी से याद कर सकते हैं कविता सीधे हृदय में उतर जाती है और बालक को मानसिक का आनंद देने के साथ साथ संस्कार भी जगाती है महात्मा गांधी के जीवन विशेषकर सत्य की खोज के अनेक प्रसंग इन कविताओं के माध्यम से बालक में उच्च संस्कार प्रेषित करेंगे इस दृष्टि से प्रत्येक बालक को यह पुस्तक पढ़ाना बड़ा लाभदायक रहेगा।

Weight .050 kg
Dimensions 24.63 × .5 × 17.78 cm
Author

Height

ISBN

Language

No. of Pages
Weight

Width

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Bapu Se Seekhe- बापू से सीखें”

Your email address will not be published. Required fields are marked *