विवेकानन्द ऐसे युगपुरुष हैं जिन्होंने पराधीनता के समय में नवजागरण की लहर प्रवाहित करके भारत की प्राचीन संस्कृति को विश्व पटल पर अंकित कर दिया। उन्होंने अखिल विश्व धर्म सम्मेलन में सिंह गर्जना के साथ भारत की संस्कृति, दर्शन और प्रतिभा का विश्व को बोध कराके यह मनवा दिया कि भारत आज भी उतना ही महान है जितना प्राचीन काल में रहा है। उन्होंने सारे पाश्चात्य जगत का भ्रमण कर सर्वत्र भारतीय संस्कृति की विजय पताका फहरायी। किशोर वर्ग को उनके विश्व विजय अभियान का परिचय कराने वाली यह पुस्तक है।
Vishvavijayee Vivekanand- विश्वविजयी विवेकानन्द
₹15.00
विवेकानन्द ऐसे युगपुरुष हैं जिन्होंने पराधीनता के समय में नवजागरण की लहर प्रवाहित करके भारत की प्राचीन संस्कृति को विश्व पटल पर अंकित कर दिया। उन्होंने अखिल विश्व धर्म सम्मेलन में सिंह गर्जना के साथ भारत की संस्कृति, दर्शन और प्रतिभा का विश्व को बोध कराके यह मनवा दिया कि भारत आज भी उतना ही महान है जितना प्राचीन काल में रहा है। उन्होंने सारे पाश्चात्य जगत का भ्रमण कर सर्वत्र भारतीय संस्कृति की विजय पताका फहरायी। किशोर वर्ग को उनके विश्व विजय अभियान का परिचय कराने वाली यह पुस्तक है।
Weight | .060 kg |
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Dimensions | 21.6 × .5 × 13.97 cm |
Author | संकलन – श्री कमल कुमार, श्री त्रिलोचन त्रिपाठी, डॉ० धीरेन्द्र झा |
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